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दंतेवाड़ा। जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य लगभग संपन्न हो गया है। दंतेवाड़ा जिले 07 समितियों एवं के 144 फड़ो के माध्यम से 21 हजार संग्राहको द्वारा करीब 20 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है। जिसका संग्राहको को 11 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है। आज सोमवार को तेंदूपत्ता के नगद भुगतान के लिए तेंदूपत्ता संग्राहक ग्रामीणों ने विधायक और जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नगद भुगतान करवाने की मांग की है।
संग्राहको का कहना है कि सभी को पता है इस वर्ष तेंदूपत्ता संग्रहण की कीमत 55 सौ रुपये मानक बोरा है। नगद भुगतान होने से हमारा पैसा बहुत ही कम समय मे हमारे हाथों में मिल जाता है, और कोई परेशानी भी नही होती है। वहीं बैंक खाता में भुगतान होने से सबसे बड़ी समस्या बैंक का चक्कर लगाने, गांव से रोजाना गाड़ी किराया कर पैसे के लिए बैंक आने, होल्ड लगे खातों को सुधरवाने, कम पढ़े लिखे होने के कारण बैंक स्लिप भरने संबंधी अनेक समस्या होती है। संग्राहको का कहना है कि तेंदूपत्ता संग्रहण भुगतान की राशि का उपयोग सबसे ज्यादा खेती-किसानी हेतु एवं बरसात से पहले नागर जोतने संबंधी कार्यो में उपयोग किया जाता है। तेंदूपत्ता का समय पर नगद भुगनात होने पर नागर हेतु ट्रेक्टर आदि के भुगतान में सहायता मिलती है।
ग्रामीणों द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण के नगद भुगतान की मांग पर दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी ने संग्राहको की समस्या को गंभीरता से लेते हुए कहा कि आपकी मांगो को पूर्ण कराने का भरपूर प्रयास किया जाएगा। श्री अटामी ने कहा कि मैं स्वयं तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार से हूं। एवं खाता भुगतान से होने वाली समस्त समस्या को समझता हूं। मैं आपकी मांगो को मुख्यमंत्री से अवगत कराऊंगा।
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