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नई दिल्ली। चार धाम यात्रा का विशेष महत्व है और हर साल की तरह इस साल भी इसको लेकर विशेष उत्साह का माहौल है। उत्तराखंड में चार धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ की यात्रा अक्षय तृतीया तिथि पर 10 मई को शुरू होगी। बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू कर दी थी और 8 मई से ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस शुरू हो चुकी है।
केदारनाथ धाम -उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर प्रात:: 7 बजे खुल जाएंगे। गौरतलब है कि केदारनाथ धाम भी सभी 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल हैं। केदारनाथ धाम को 12 ज्योतिर्लिंगों में से 11वें ज्योतिर्लिंग माना जाता है।
यमुनोत्री धाम-यमुनोत्री धाम उत्तरकाशी जिले में स्थित है। अक्षय तृतीया तिथि पर 10 मई को यमुनोत्री धाम के कपाट सुबह 10:29 बजे खुलेंगे। पौराणिक मान्यता है कि यह असित मुनि का निवास स्थान था। यमुनोत्री धाम में यमुना देवी की आराधना की जाती है।
गंगोत्री धाम-हिंदू धर्म में गंगा नदी को सबसे पवित्र नदी माना जाता है और इसका उद्गम स्थल गंगोत्री धाम है। गंगोत्री धाम में मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में गोरखा कमांडर अमर सिंह थापा ने करवाया था। गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को दोपहर 12:25 बजे खुल जाएंगे।
बद्रीनाथ धाम -हिंदू धर्म में बद्रीनाथ धाम का विशेष महत्व है। चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे खुलेंगे। यह धाम नर-नारायण पर्वत के बीच में मौजूद है। यहां भी हर साल भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं।
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